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Saturday, 6 July 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ का 100वां एडिशन 30 अप्रैल रविवार को टेलीकास्ट होगा। इस कार्यक्रम की

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ का 100वां एडिशन 30 अप्रैल रविवार को टेलीकास्ट होगा। इस कार्यक्रम की शुरुआत 10 अक्टूबर 2014 को हुई थी। भारतीय प्रधानमंत्री 262 रेडियो स्टेशनों और 375 से अधिक निजी और सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के साथ दुनिया के सबसे बड़े रेडियो नेटवर्क ‘ऑल इंडिया रेडियो’ के माध्यम से लोगों से जुड़ते हैं। भारतीय लोक प्रसारक प्रसार भारती ‘मन की बात’ का अनुवाद और प्रसारण 52 भाषाओं में करता है, जिसमें 11 विदेशी भाषाएं शामिल हैं, ताकि देश के दूर-दराज क्षेत्रों से लेकर विदेशों में रह रहे भारतीयों तक इसकी पहुंच सुनिश्चित हो सके।

अपने कार्यक्रम में पीएम मोदी हर सप्ताह किसी न किसी भारतीय राज्य के बारे में चर्चा करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में केरल का भी कई बार जिक्र किया है। प्रोग्राम के जरिए पीएम मोदी ने मंच से केरल की प्रेरक कहानियों को साझा किया। इस दौरान उन्होंने देशभर के लोगों को स्वच्छता,शिक्षा और पारंपरिक चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में राज्य की उपलब्धियों की जानकारी दी।

एक एपिसोड में पीएम मोदी ने सबरीमाला मंदिर का उल्लेख किया, जहां सफाई अभियान को पूजा का कार्य माना जाता है। इसके अलावा झील से प्लास्टिक की बोतलें निकालने वाले लकवाग्रस्त व्यक्ति एन.एस.वेम्बनाडरजप्पन साहब के बारे में देश दुनिया को बताया। चलिए अब आपको विस्तार से बताते हैं हैं कि पीएम मोदी ने मन की बात के दौरान कब-कब केरल का जिक्र किया ?

मन की बात में सेंट मैरी अपर प्राइमरी स्कूल की छात्राओं का जिक्र किया

1- पीएम मोदी ने 25 अक्टूबर 2015 में केरल के चित्तूर में सेंट मैरी अपर प्राइमरी स्कूल की छात्राओं के एक समूह के बारे में बात की, जिन्होंने उन्हें एक विशेष पत्र भेजा था। लड़कियों ने कपड़े के एक बड़े टुकड़े पर अपने अंगूठे के निशान से भारत माता की छवि बनाई थी। उनका लेटर को पढ़ने के बाद प्रधानमंत्री ने महसूस किया कि लड़कियां सार्वजनिक अभियानों और नाटकों का आयोजन करके अंग दान के बारे में जागरूकता पैदा करने की कोशिश कर रही हैं।

मन की बात में आदिवासी गांव के लिए शौचालय बनाने वाले इंजीनियरिंग छात्रों की चर्चा

2- 30 अक्टूबर 2016 को पीएम मोदी ने केरल के उन लोगों की सराहना की थी, जिन्होंने इदमालाकुडी नामक एक दूरस्थ आदिवासी गांव को खुले में शौच से मुक्त होने में मदद की थी। उन्होंने बताया कि कैसे हरी क्षेत्र के इंजीनियरिंग छात्रों ने गांव के लोगों के लिए शोचालाय का निर्माण किया। पीएम ने कहा कि छात्रों नेशौचालय बनाने के लिए जिस भवन निर्माण सामग्री की जरूरत थी चाहे वह ईंट हो या सीमेंट, पूरी निर्माण सामग्री युवकों ने अपने कंधों पर उठा ली और पूरा दिन उन जंगलों में टहलते रहे। और उन्होंने खुद उस गांव में शौचालय बनाने के लिए कड़ी मेहनत की, इस प्रकार दूर-दराज के जंगलों में एक सुदूर गांव को खुले में शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य हासिल किया।

मन की बात में नारायणन के प्रेरक कार्य की बात

3- पीएम मोदी 27 मार्च 2022 को प्रसारित हुए प्रोग्राम में केरल के मुपट्टम श्री नारायणन के प्रेरक कार्य के बारे में बात की, जिन्होंने “पॉट्स फॉर वॉटर ऑफ लाइफ” नामक एक परियोजना शुरू की। इस परियोजना के तहत, वह गर्मियों के दौरान जानवरों और पक्षियों की मदद के लिए मिट्टी के बर्तन वितरित करते हैं।

मन की बात में केन्या के पूर्व प्रधानमंत्री की सुनाई कहानी

4- इसी तरह 27 फरवरी 2022 को प्रसारित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने केन्या के पूर्व प्रधानमंत्री रेला ओडिंगा के साथ अपनी मुलाकात के बारे में बात की, जहां ओडिंगा ने उन्हें अपनी बेटी रोजमेरी के बारे में बताया, जिसकी ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी के बाद आंखों की रौशनी चली गई थी। दुनिया भर के अस्पतालों में इलाज कराने के बावजूद सफलता नहीं मिली। तब उन्हें किसी ने सुझाव दिया कि वे भारत में आयुर्वेद उपचार आजमाएं। वे भारत आए और रोज़मेरी ने केरल के एक आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज करवाया। आयुर्वेदिक इलाज सफल रहा और रोजमेरी की आंखों की रोशनी काफी हद तक लौट आई।

मन की बात में सेंट टेरेसा कॉलेज के छात्रों पर की बात

5- इसके अलावा 28 मार्च 2021 को प्रसारित हुए प्रोग्राम में भी पीएम मोदी ने वेस्ट सामान का इस्तेमाल करके नए सामान में बदलने के प्रयासों पर चर्चा की और केरल के कोच्चि में सेंट टेरेसा कॉलेज का उदाहरण दिया, जहां छात्र पुराने कपड़े, लकड़ी के टुकड़े, बैग और बक्से से खिलौने बना रहे हैं।

मन की बात में एनएस राजप्पन साहब के बारे में बताया

6- इसी तरह पीएम मोदी ने 31 जनवरी 2021 में मन की बात कार्यक्रम में एनएस राजप्पन साहब की जिक्र किया,जो बुजुर्ग दिव्यांग हैं और लकवाग्रस्त भी हैं। वह ठीक से चल भी नहीं पाते हैं। पीएम ने स्वच्छता के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता के बारे में पूरे देश को बताया कि वह कैसे पिछले कई सालों से वे वेम्बनाड झील में फेंकी गई प्लास्टिक की बोतलों को बाहर निकाल रहे हैं।

मन की बात में 105 वर्षीय भागीरथी अम्मा की कहानी शेयर की

7- पीएम मोदी ने 23 फरवरी 2020 में आयोजित मन की बात में भी केरल के कोल्लम की 105 वर्षीय भागीरथी अम्मा की प्रेरणादायक कहानी शेयर की। पीएम मे बताया कि भागीरथी अम्मा ने कम उम्र में अपनी मां को खो दिया था और 10 साल की उम्र में स्कूल छोड़ दिया, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने 105 साल की उम्र में अपनी शिक्षा फिर से शुरू की।

मन की बात में अक्षरा लाइब्रेरी के बारे में जानकारी दी

8- मन की बात में प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी ने केरल स्थित अक्षरा लाइब्रेरी के बारे में बात की। यह लाइब्रेरी इडुक्की के घने जंगलों के भीतर एक गांव में स्थित है। पुस्तकालय की स्थापना एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक पी.के. मुरलीधरन और एक छोटी सी चाय की दुकान के मालिक पी.वी. चिन्नाथम्पी ने की। उन्होंने अथक परिश्रम करके पुस्तकालय बनाया। वह किताबों का बोरा अपनी पीठ पर लादकर लाते थे और लाइब्रेरी में रख देते थे। इस लाइब्रेरी में आदिवासी बच्चे आकर पढ़ते हैं। यह कार्यक्रम 20 अप्रैल 2018 को प्रसारित हुआ था।

मन की बात में सात हजार श्रमिकों ने कुट्टमपरूर नदी पुनर्जीवित किया

9- 29 अप्रैल 2018 को प्रसारित हुए कार्यक्रम प्रधानमंत्री ने एक बार फिर केरल की कहानी मान की बात के माध्यम से देश-दुनिया के सामने रखी। इस दौरान पीएम मोदी ने केरल में एक परियोजना का उल्लेख किया जहां मनरेगा के तहत सात हजार श्रमिकों ने सात दिनों तक कड़ी मेहनत कर कुट्टमपरूर नदी को पुनर्जीवित किया, जो सूख गई थी।

मन की बात में आदिवासी महिला लक्ष्मीकुट्टी से कराया अवगत

10- 28 जनवरी 2018 के प्रोग्राम में पीएम मोदी केरल की एक आदिवासी महिला लक्ष्मीकुट्टी के बारे में बात की, जो एक शिक्षिका हैं और हर्बल दवाओं के संश्लेषण में विशेषज्ञता रखती हैं। पीएम ने बताया कि लक्ष्मीकुट्टी ने 500 हर्बल औषधियां बनाई हैं। साथ ही उन्हें सांप के काटने के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं को सिंथेसाइज करने में महारत हासिल है।

मन की बात में सबरीमाला मंदिर का किस्सा सुनाया

11- पीएम मोदी ने केरल के सबरीमाला मंदिर का जिक्र किया, जहा गृहर रोज ने लाखों भक्तों आते हैं और भगवान अयप्पा स्वामी का आशीर्वाद लेते हैं। 31 दिसंबर 2017 में प्रसारित हुए इस प्रोग्राम में प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे एक पुलिस अधिकारी ने स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करने का एक स्वैच्छिक अभियान शुरू किया और यहां आने वाला प्रत्येक भक्त स्वच्छता अभियान में शारीरिक श्रम करने को भगवान की पूजा का हिस्सा मानता है।

मन की बात में बताया केरल में प्रोग्राम में मिलती हैं किताबें

12- 25 जून 2017 में प्रसारित प्रोग्राम में पीएम मोदी केरल में पी एन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने की बात बताई। उन्होंने बताया कि केरल का पणिक्कर फाउंडेशन किताबें पढ़ने पर काफी जोर देता है। यहां आयोजक प्रोग्राम में आने वाले लोगों को गुलदस्ते के बजाय किताबें उपहार में देते हैं।